उत्तराखंड खाद्य संरक्षा एंव औषधि प्रशासन विभाग में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, खाद्य संरक्षा में कई अभिहित अधिकारियों के तबादले तत्काल योगदान के निर्देश
Major administrative reshuffle in Uttarakhand Food Safety and Drug Administration Department, transfer of many designated officers in food safety, instructions for immediate contribution.

उत्तराखंड खाद्य संरक्षा एंव औषधि प्रशासन विभाग में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल
खाद्य संरक्षा में कई अभिहित अधिकारियों के तबादले तत्काल योगदान के निर्देश
देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में खाद्य सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ व प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए खाद्य संरक्षा एंव औषधि प्रशासन विभाग में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। इस फेरबदल के तहत प्रदेशभर में तैनात अभिहित अधिकारियों के बंपर तबादले किए गए हैं। शासन की ओर से जारी आदेश में कुल नौ अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी तत्काल प्रभाव से अपने नवीन तैनाती स्थल पर योगदान सुनिश्चित करें।
तबादलों सूची पर एक नज़र :-
1- पी.सी. जोशी को अल्मोड़ा से पौड़ी भेजा गया है।
2- अमिताभ जोशी को चमोली से बागेश्वर स्थानांतरित किया गया है।
3- ललित मोहन पांडे का तबादला बागेश्वर से उधम सिंह नगर किया गया है।
4- प्रकाश चंद्र फुलारा अब उधम सिंह नगर से अल्मोड़ा में सेवाएं देंगे।
5- संजय कुमार को नैनीताल से हरिद्वार भेजा गया है।
6- मनोज कुमार सिंह का स्थानांतरण रुद्रप्रयाग से चमोली किया गया है।
7- अजब सिंह रावत अब पौड़ी से रुद्रप्रयाग में कार्यभार संभालेंगे।
8- महिमा आनंद जोशी को हरिद्वार से नैनीताल स्थानांतरित किया गया है।
9- पवन कुमार का तबादला जसपुर (उधम सिंह नगर) से भगवानपुर (हरिद्वार) किया गया है। उन्हें भगवानपुर के साथ-साथ अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।
आयुक्त खाद्य संरक्षा एंव औषधि प्रशासन विभाग डॉ. आर. राजेश कुमार का बयान प्रदेश में खाद्य सुरक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता व दक्षता को सुनिश्चित करने के लिए यह प्रशासनिक फेरबदल आवश्यक था। यह कदम अधिकारियों की कार्यक्षमता का बेहतर उपयोग करने की दृष्टि से लिया गया है। हम चाहते हैं कि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण व सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध हो। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तुरंत नवीन तैनाती स्थल पर योगदान करें ताकि खाद्य सुरक्षा संबंधी कार्यों में कोई व्यवधान न आए।